home page

Alcohol News : सिर्फ लड़कियां ही पी सकती है ये शराब, पुरुषों को रहना चाहिए दूर

Liquor News : हमारे देश में बहुत सी प्रकार की शराब मिलती है। किसी को कौन सी कंपनी की अच्छी लगती है और किसी को कौन सी लेकिन बहुत से लोगों का मानना है कि ये जो शराब है वो सिर्फ लड़कियों के लिए ही बनी है। इसलिए लड़कियों को ही पीनी चाहिए। इस शराब से पुरुषों को दूरी बना लेनी चाहिए है। इस शराब का नाम है वोदका ( Vodka ), आइए नीचे आर्टिकल में जानते है इसके बारे में डिटेल से.

 | 
Alcohol News : सिर्फ लड़कियां ही पी सकती है ये शराब, पुरुषों को रहना चाहिए दूर

HARYANA NEWS HUB : भारत एक ऐसा देश है, जहां 'मर्द को दर्द नहीं होता'( 'A man doesn't feel pain' ). यहां आम लोगों के लिए पानी है जबकि 'शेरों की प्यास' बुझाने के लिए बाजार में बहुत कुछ उपलब्ध है. हमारे यहां तो एक खास सोडा ड्रिंक( soda drink ) भी है, जिसे 'चीता भी पीता है'.

यहां शराब को बोतल से सीधे हलक से उतारना मर्दानगी का प्रतीक है. मदिरा सेवन( alcohol consumption ) को लेकर भारतीय समाज( Indian society ) में व्याप्त बहुत सारी मान्यताओं में से एक ये भी है कि वोदका महिलाओं की पसंद है( Vodka is women's favorite ) और पुरुषों को इसे नहीं पीना चाहिए.

दावा है कि वोदका का सेवन( drinking vodka ) पुरुषों की 'मर्दानगी' यानी प्रजनन क्षमता को नुकसान पहुंचाती है. कहते हैं कि वोदका पीने से इंसानी शरीर में स्पर्म घटने लगते हैं. ऐसे में सिर्फ महिलाओं का इसे पीना ही सेफ है. अगर इन दावों को सच माना जाए तो क्या इसका मतलब यह है कि वोदका को छोड़कर बाकी एल्कॉहलिक ड्रिंक मसलन व्हिस्की, जिन, रम, रेड वाइन आदि पुरुषत्व के लिए बिलकुल सुरक्षित हैं? इन बातों में कितनी सच्चाई है, आइए जानते हैं. 

UP में 11905 करोड़ के खर्च से बनाए जाएंगे 7 नए हाईवे, जाने लोकेशन


 
वोदका सच में महिलाओं की ड्रिंक? क्या है सच्चाई :

लोगों की शराब की पसंद और उसकी कीमत के आधार पर उनके व्यक्तित्व के बारे में अंदाजा लगाना आम इंसानी बर्ताव है. वोदका को महिलाओं की ड्रिंक समझने की एक वजह तो यही है कि लोग अक्सर सार्वजनिक कार्यक्रमों में महिलाओं को विभिन्न तरह के सोडा, जूस या एनर्जी ड्रिंक आदि के साथ वोदका पीते देखते हैं. वोदका पारदर्शी होता है और यह इसमें मिलाए गए जूस या दूसरे तरल के स्वाद के मुताबिक आसानी से ढल जाता है.

वहीं, इसके उलट, धारणा है कि पुरुष अपनी ड्रिंक में बहुत कुछ मिलाना पसंद नहीं करते. हालांकि, वोदका सिर्फ महिलाओं के लिए है, इसमें कोई सच्चाई नहीं है. दुनिया में पुरुषों की अच्छी खासी तादाद है जो बड़े वोदका प्रेमी हैं. पुरुषत्व के बहुत बड़े प्रतीक बन चुके फिल्मी किरदार जेम्स बॉन्ड भी वोदका मार्टिनी के मुरीद हैं.

सच्चाई यही है कि वोदका भी किसी अन्य किस्म की शराब की तरह बड़े-बड़े पियक्कड़ों को 'टल्ली' करने का माद्दा रखती है. यानी आम तौर पर महिलाओं द्वारा अपने ड्रिंक्स में सोडा, जूस, कोल्ड ड्रिंक आदि मिलाकर पीने को देखकर वोदका को 'जनाना ड्रिंक' समझना बिलकुल गलत है. यह एक यूनिवर्सल ड्रिंक है, जिसे युवा और बुजुर्ग, हर उम्र के पुरुष और महिलाएं पसंद करते हैं. 

UP News : सासु मां के सोते ही ससुर के पास चली जाती थी बहू और फिर मनाते रंगरलियां, फिर एक दिन...

वोदका ही नहीं, किसी भी शराब का मर्दांनगी पर बुरा असर :

डॉक्टरों और मेडिकल एक्सपर्ट्स का मानना है कि वोदका या किसी भी किस्म की शराब पुरुषों की फर्टिलिटी पर बुरा असर डालती है. ऐसे में अत्यधिक शराब के सेवन से स्पर्म काउंट का घट जाना या सेक्शुअल डिसेबिलिटी जैसी समस्याएं होना बिलकुल मुमकिन है.

मेडिकल एक्सपर्ट कहते हैं कि शराब के सेवन का असर स्पर्म के शेप, साइज, काउंट और गतिशीलता, सभी पर पड़ता है.  दरअसल, स्पर्म के निर्माण और विकास में मेल हार्मोन टेस्टोस्टेरॉन की बड़ी भूमिका होती है.

बहुत ज्यादा मात्रा में शराब पीने से टेस्टोस्टेरॉन के स्तर पर बुरा असर पड़ता है, जिसकी वजह से इंसानी शरीर में स्पर्म निर्माण घट जाता है. तो ध्यान रखें, किसी भी किस्म की शराब 'मर्दानगी' के लिए खतरा है. सिर्फ वोदका को दोष देना कतई सही नहीं है. रूस की तो यह 'नेशनल ड्रिंक' है. अगर ऐसी कोई खामी इसमें होती तो यह रूसी संस्कृति का प्रतीक नहीं बन पाता. 

UP News : सासु मां के सोते ही ससुर के पास चली जाती थी बहू और फिर मनाते रंगरलियां, फिर एक दिन...

क्या कहती है रिसर्च?

कुछ सालों पहले द गार्जियन पर छपी एक रिपोर्ट में रिसर्च के हवाले से कहा गया कि हर हफ्ते महज 5 यूनिट शराब का सेवन भी पुरुषों के स्पर्म क्वॉलिटी पर असर डालता है. रिसर्च के मुताबिक, इससे ज्यादा मात्रा में एल्कॉहल के सेवन से स्पर्म क्वॉलिटी और ज्यादा खराब हो जाती है.

रिसर्चरों ने प्रजनन की उम्र वाले पुरुषों को यह भी चेतावनी दी कि उन्हें शराब से दूरी बरतनी चाहिए. यह स्टडी बीएमजे जर्नल में प्रकाशित हुई थी, जिसे डेनमार्क के मिलिट्री के 18 साल से 28 साल तक के 1200 पुरुषों पर की गई रिसर्च के आधार पर तैयार की गई थी.

पिता बनने की चाहत रखने वालों को अमूमन एल्कॉहल से दूरी बरतने की हिदायत दी ही जाती है. हालांकि, इसके उलट, 2018 में मेन्स हेल्थ में प्रकाशित एक आर्टिकल में एक स्टडी के हवाले से कहा गया कि न पीने वालों के मुकाबले कम और सीमित मात्रा में शराब के सेवन से पुरुषों की प्रजनन क्षमता में इजाफा होता है. यह स्टडी एक जर्नल एंड्रोलॉजी में प्रकाशित हुई थी, जिसे 323 वयस्क पुरुषों पर की गई।