UP में यहां पर बनेगी मक्के से शराब, इस प्रकार किसान करेंगे कमाई
UP Update : हाल ही में एक अपडेट के जरिए पता चला है कि अब यूपी के इस शहर में मक्के से मदिरा यानि की शराब बनाई जाएगी। आपको बता दें कि यूपी के इस शहर में मक्का देश के अलग-अलग हिस्सों से लाया जाएगा। आइए नीचे आर्टिकल में जानते है इस अपडेट के बारे में पूरी जानकारी डिटेल से.
HARYANA NEWS HUB : प्रयागराज के शंकरगढ़( Shankargarh of Prayagraj ) में निर्माणाधीन डिस्टलरी में मक्के की भी शराब( corn liquor ) बनेगी। मदिरा बनाने के लिए मेसर्स महाकौशल एग्री कॉर्प इंडिया प्राइवेट लिमिटेड( M/s Mahakoshal Agri Corp India Private Limited ) किसानों से मक्का खरीदेगा। निर्माणाधीन डिस्टलरी इस साल सितंबर तक चालू होने की संभावना है।
इसके साथ ही प्रयागराज और आसपास के जिलों के किसानों से भी मक्का खरीद की योजना( Plan to purchase maize from farmers also ) है। कंपनी किसानों को मक्के खेती( corn farming ) के लिए प्रोत्साहित करेगी। डिस्टलरी को मक्का बेचने वाले किसानों की मोटी कमाई होगी।
डिस्टलरी का निर्माण कर रही कंपनी के प्रबंध निदेशक राकेश जायसवाल ने एक चैनल से बातचीत पर बताया कि सरकार ज्वार, बाजरा, मक्का आदि की खेती के लिए प्रोत्साहित कर रही है। प्रयागराज और आसपास के जिलों में दशकों पहले मक्के की खेती होती थी। यहां के किसानों को मक्के की खेती करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे। प्रबंध निदेशक के अनुसार वर्तमान में मक्के से सिर्फ पंजाब में मदिरा बनाई जा रही है।
डिस्टलरी को पराली बेचकर भी किसानों की होगी कमाई :
प्रयागराज और आसपास के जिलों के किसान पराली बेचकर भी कमाई कर सकेंगे। शंकरगढ़ में स्थापित हो रही डिस्टलरी का ब्वायलर को चलाने के लिए पराली का उपयोग किया जाएगा। शंकरगढ़ में इकाई लगा रही कंपनी के प्रबंध निदेशक राकेश जायसवाल ने बताया कि पराली का किसानों के पास कोई उपयोग नहीं होने से इसे खेतों में जलाया जाता है। इससे प्रदूषण बढ़ता है। डिस्टलरी का ब्वायलर चलाने के लिए कोयला के साथ पराली का भी इस्तेमाल किया जाएगा। यहां के किसानों के लिए पराली भी आय का संसाधन बनेगा।