AI फील्ड दे रही है ML से जुड़ी नौकरियां पाने का मौका, जानिए क्या है सैलरी?
Artificial Intelligence : आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तेजी से लाइफस्टाइल (lifestyle) का हिस्सा बनता जा रहा है. अब इस तकनीक के प्रति दुनिया भर के लोगों की दीवानगी बढ़ती जा रही है कोरोना संकट के बाद इसका उपयोग और तेजी से बढ़ा है. देश-विदेश में करियर (carier) के नये अवसर उभरने लगे हैं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल दुनिया भर में बढ़ रहा है। भारत में एआई (AI) और मशीन लर्निंग (machine learning) के कुशल पेशेवरों (success) की मांग बढ़ रही है। स्टाफिंग फर्म रैंडस्टैड के मुताबिक, एआई और एमएल (According to staffing firm Randstad, AI and ML) से जुड़ी नौकरियों में इजाफा हो रहा है। कंपनियां अपने डिजिटल बदलाव में AI और ML को शामिल करने की कोशिश कर रही हैं आइए जानते है पूरी जानकारी न्यूज़ में विस्तार से....
HARYANA NEWS HUB (ब्यूरो) : आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल पूरी दुनिया में तेजी से बढ़ रहा है। एआई तेजी से डेवलेप (devlape) भी होता जा रहा है। अब भारत में ऐसे पेशेवरों की मांग बढ़ रही है जो एआई और मशीन लर्निंग में कुशल हों। स्टाफिंग फर्म रैंडस्टैड के मुताबिक, महामारी के बाद से एआई और एमएल से जुड़ी नौकरियों में हर साल 30 फीसदी का इजाफा हो रहा है।
जबकि बाकी डिजिटल स्किल्स (digital skill) की मांग दोगुनी कम गति से बढ़ रही है। उनका अनुमान है कि भारत में करीब 2 लाख लोग एआई और एमएल में कुशल हैं लोग एआई (AI) का मतलब कृत्रिम तरीके से विकसित की गई बौद्धिक क्षमता समझते है.
लेकिन वास्तव में यह डाटा मैनेजमेंट (data management) और मेन्यूपुलेशन (Manipulation) है. इंजीनियरिंग (Engineering) की कई ब्रांचेज़ जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिकल्स, कंप्यूटर इंजीनियरिंग, सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग, रोबोटिक्स, मैथेमेटिक्स (Branches like Electronics, Electricals, Computer Engineering, Software Engineering, Robotics, Mathematics) आदि को एक जगह मिलाकर आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (artificial intelligence) का निर्माण किया जाता है.
इसमें कंप्यूटर की प्रोग्रामिंग अलग-अलग परिस्थितियों के अनुसार अपनी प्रतिक्रिया चुनने के लिए की जाती है आइए जानते है इससे जुड़ी और अधिक जानकारी न्यूज़ में...
बढ़ रही डिमांड :
एक और कंपनी का कहना है कि भारत में बहुराष्ट्रीय कंपनियों के वैश्विक सेवा केंद्र (Global Capability Centres) एआई और ML से जुड़ी नौकरियों की मांग बढ़ा रहे हैं। ये केंद्र मूल कंपनियों को डिजिटल बनाने में मदद के लिए भारतीय प्रतिभाओं का इस्तेमाल करते हैं। अब तो पारंपरिक कारोबार भी डिजिटल होना चाहते हैं, और इसमें AI/ML अहम भूमिका निभाती है। ये फर्क साल 2021 और अब के बीच का है। अन्य डिजिटल क्षेत्रों के मुकाबले AI और ML से जुड़ी नौकरियों में वेतन काफी ज्यादा होता है।
प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनियां सबसे ज्यादा सैलरी देती हैं। आईटी सेवा कंपनियों में 0-5 साल के अनुभव वाले AI/ML वाले पेशेवरों को 14 से 18 लाख रुपये, GCC में 16 से 20 लाख रुपये और उत्पाद बनाने वाली कंपनियों में 22 से 26 लाख रुपये मिल सकते हैं। वहीं समान अनुभव वाले बाकी डिजिटल क्षेत्रों (digital area) में 8 से 22 लाख रुपये तक का वेतन मिलता है।
मिलेगी अच्छी सैलरी :
10-15 साल के अनुभव वाले AI/ML विशेषज्ञों को 44 लाख से 96 लाख रुपये तक का वेतन मिल सकता है। वहीं बाकी क्षेत्रों में इस अनुभव वाले लोगों को 9% की बढ़ोतरी की उम्मीद है जबकि AI/ML वालों को 12.5% की बढ़ोतरी मिल सकती है। एक और कंपनी का कहना है कि AI और ML से जुड़ी नौकरियों में वेतन 10-15% ज्यादा होता है, कुछ मामलों में ये बढ़ोतरी 50% तक भी हो सकती है।
नई तरह की करीब एक दर्जन नौकरियां भी सामने आई हैं, जैसे चैटबॉट डेवलपर और प्रॉम्प्ट इंजीनियर (Chatbot Developer and Prompt Engineer) के साथ ही AI एथिक्स स्पेशलिस्ट और रोबोटिक्स इंजीनियर (Ethics Specialist and Robotics Engineer) जैसी ऊंचे पदों वाली नौकरियां भी शामिल हैं।
शिक्षा के क्षेत्र में भी एआई पाठ्यक्रम डेवलपर और एआई लर्निंग आर्किटेक्ट जैसी भूमिकाएं बन रही हैं। पुरानी स्किल्स वाले लोगों को थोड़ी ट्रेनिंग देकर भी इन पदों को भरा जा सकता है। उदाहरण के लिए, आईटी सुरक्षा विशेषज्ञ एआई सुरक्षा विशेषज्ञ बन सकते हैं।