Chandigarh PGI : 3500 कर्मचारियों की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी, मरीजों की संख्या में आई कमी, जानिए क्या है मामला
Chandigarh PGI : बता दें की पीजीआई में कॉन्ट्रैक्ट पर लगे कर्मचारियों की संयुक्त कार्रवाई समिति के कुछ नेताओं को पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार किया था| इसी का विरोध करने के लिए यूनियन ने हड़ताल की है| आइए जानते है पूरी खबर विस्तार से नीचे आर्टिकल में..
HARYANA NEWS HUB, (ब्यूरो) : पीजीआई के अनुबंध कर्मचारियों की हड़ताल गुरुवार को दूसरे दिन भी जारी है। कर्मचारी भार्गव सभागार (Employees Bhargava Auditorium) के पास मैदान में एकत्रित होकर प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं हड़ताल की सूचना के कारण आज ओपीडी में मरीज काफी कम संख्या में पहुंचे हैं।
OPS vs NPS : कर्मचारियों की पुरानी पेंशन योजना को लेकर आई बड़ी खबर, जाने ताजा अपडेट
कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारी के गिरफ्तारी से नाराज पीजीआई के अनुबंध कर्मचारी बुधवार की सुबह हड़ताल पर चले गए थे। लगभग 3500 अस्पताल परिचारिकाओं, लिपिक, सफाई व रसोई कर्मचारियों, लिफ्ट ऑपरेटरों और सुरक्षा गार्डों (Cleaning and kitchen staff, lift operators and security guards) के एक साथ हड़ताल पर जाने के कारण पीजीआई की व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई थी।
हड़ताल के कारण ओपीडी से लेकर इमरजेंसी और वार्ड (From OPD to emergency and ward) में हर तरफ गंदगी और अव्यवस्था का आलम दिखा। सबसे खराब स्थिति न्यू ओपीडी में रही। इलाज के लिए आए मरीजों को पंजीकरण से लेकर जांच का नमूना देने के लिए घंटों लाइन में लगे रहना पड़ा। इस दौरान कई मरीजों की हालत भी बिगड़ गई। वहीं, पीजीआई प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सामाजिक संगठनों के स्वयंसेवकों (volunteers of organizations) से भी मदद मांगी। उन्होंने ओपीडी में पहुंचकर व्यवस्था संभालने में सहयोग किया, लेकिन हजारों की संख्या में गैर मौजूद कर्मचारियों की जगह पर चंद स्वयंसेवक व्यवस्था संभालने में नाकाम नजर आए।
OPS vs NPS : कर्मचारियों की पुरानी पेंशन योजना को लेकर आई बड़ी खबर, जाने ताजा अपडेट
सुबह कर्मचारी भार्गव सभागार (Employees Bhargava Auditorium) के बाहर एकत्र हुए और नारेबाजी की। इस मौके पर पुलिस बल भी तैनात रहा। वहीं, ओपीडी में रेजिडेंट डॉक्टरो ने अनुबंध कर्मचारियों के न होने पर खुद ही मरीजों के कार्ड एकत्रित किए और आवाज लगाकर उन्हें अंदर बुलाया। इस कारण मरीज को इलाज के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा। स्थिति यह थी कि सैंपल कलेक्शन काउंटर पर हॉस्पिटल अटेंडेंट, सेनेटरी अटेंडेंट और सुरक्षाकर्मी (Hospital attendant, sanitary attendant and security personnel at the sample collection counter) के न होने से सैंपल कलेक्ट करने वाले कर्मचारियों को ड्यूटी पर लगाया गया। इस कारण कलेक्शन काउंटर की संख्या कम कर दी गई जिससे दोपहर 2:30 बजे तक नमूना एकत्र करना पड़ा। सामान्य दिनों में दोपहर 1:00 बजे तक नमूना लेने की व्यवस्था है। वहीं शुल्क जमा करने वाले काउंटर पर कर्मचारियों के न होने से लाइन में लगी कई महिलाएं चक्कर खाकर गिर गई। इसके कारण वह जमीन पर लेटी और बैठी नजर आई।