RBI UPDATE : RBI के द्वारा बढती ग्रोथ के माध्यम से हर व्यक्ति की इनकम में हुआ बदलाव
बता दें की भारतीय रिजर्व बैंक की एक रिपोर्ट में इंडियन इकोनॉमी के विभन्न क्षेत्रों में ग्रोथ के संकेत मिल रहे है| RBI के द्वारा महंगाई को कम करने के लिए किये जा रहे प्रयास लगातार चल रहे है इसी के साथ देश की GDP ग्रोथ के लिए भी अनुमान लगाया जा रहा है| आरबिआई ने MMCG सेक्टर में संभावित नरमी और प्रति व्यक्ति आय वितरण में बदलाव को स्पष्ट किया है| आइए जानते है पूरी खबर विस्तार से...
HR NEWS HUB, (ब्यूरो), नई दिल्ली : मार्च 2024 के महीने के लिए भारतीय रिजर्व बैं के बुलेटिन के मुताबिक, प्रति व्यक्ति आय में महत्वपूर्ण बदलाव हो रहे हैं। आरबीआई ने एमएमसीजी सेक्टर (RBI MMCG sector) में संभावित नरमी और प्रति व्यक्ति आय वितरण में बदलाव के साथ इंडियन इकॉनमी के लिए बेहतर हो रही बातों पर रोशनी डाली है। स्टेट ऑफ इकॉनमी पर एक लेख में यह कहा गया है कि छोटे शहरों में अवसरों के कारण ग्रोथ हो रही है। सभी लाइफस्टाइल सेग्मेंट में बिजनेस ग्रोथ दिखाई दे रही है। मार्केट रिसर्च से संकेत मिलता है कि घरेलू फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स (moving consumer goods) सेक्टर अगले छह महीनों में मॉडरेट ग्रोथ (moderate growth) देख सकता है। दूसरी ओर, प्रीमियम कंज्यूमर बिजनेस के लिए डिमांड आउटलुक मजबूत है और ग्रोथ की लय मीडियम टर्म में बनी रहने की उम्मीद है। आरबीआई बुलेटिन में कहा गया है कि इससे पता चलता है कि प्रति व्यक्ति आय में महत्वपूर्ण बदलाव हो रहे हैं। हालांकि इंफ्लेशन को तेजी से घटाकर चार फीसदी तक लाने के भारतीय रिजर्व बैंक के लक्ष्य की दिखा में खाने-पीने की वस्तुओं की कीमतें बाधा बन रही हैं।
महंगाई बन रही बाधा-
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित रिटेल महंगाई रिटेल महंगाई दिसंबर से घट रही है। फरवरी में यह 5.09 फीसदी थी। आरबीआई के डिप्टी गवर्नर माइकल देवव्रत पात्रा (RBI Deputy Governor Michael Debabrata Patra) की अगुवारई में एक टीम ने अपने लेख में कहा, भले ही डेडलाइन इंफ्लेशन में व्यापक नरमी के साथ महंगाई लगातार घट रही है, लेकिन खाने-पीने की वस्तुओं की कीमतों के दबाव के चलते इसे तेजी से चार फीसदी पर लाने में बाधा पैदा हो रही है। वित्त वर्ष 2024-25 के लिए जीडीपी ग्रोथ अनुमान को बढ़ाया गया है। अनुमान लगाया गया है कि FY25 में जीडीपी ग्रोथ रेट 7.4 फीसदी रह सकती है। इससे पहले फरवरी में पॉलिसी में आरबीआई ने इस अवधि के लिए अनुमान को 7 फीसदी पर रखा था।
डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में इजाफा (Increase in direct tax collection)-
चालू वित्त वर्ष में 17 मार्च तक डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 19.88 फीसदी बढ़कर 18.90 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा हो गया है। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट (Income Tax Department) ने यह जानकारी दी है। बताया गया है कि 17 मार्च तक कुल कलेक्शन 18,90,259 करोड़ रुपये रहा है, जिससे 9,14,469 करोड़ रुपये कॉरपोरेट टैक्स और पर्सनल इनकम टैक्स के अलावा 9,72,224 करोड़ रुपये का सिक्युरिटी लेनदेन टैक्स भी शामिल है।