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Property Controversy : जानें पिता की प्रॉपर्टी पर बेटे ने बना लिया मकान, किसका होगा इस प्रॉपर्टी पर अधिकार

Property Fighting : दोस्तों बता दें कि पिता और बेटे के बीच वैसे तो विवाद बहुत कम देखने को मिलता है लेकिन जो का समय है वो बहुत ही घातक है आज के समय में बेटा अपने बाप की भी नही सुनता है लेकिन कभी ऐसी स्थिति हो जाए और पिता की जमींन पर बेटा अपना मकान बना लें तो क्या आप जानते है उस प्रॉपर्टी का असली हकदार कौन होगा तो आइए जानते खबर में इससे जुड़ी पूरी जानकारी...
 
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Property Controversy : जानें पिता की प्रॉपर्टी पर बेटे ने बना लिया मकान, किसका होगा इस प्रॉपर्टी पर अधिकार 

HARYANA NEWS HUB : जमींन और प्रॉपर्टी से जुड़े विवाद या झगड़े बहुत ही पेचीदे या नासुल्झने वाले होए है छोटी सी गलती पर भी झगड़ा बढ़ सकता है और प्रॉपर्टी मालिकाना हक़ को लेकर फंसी रह सकती है जानते है खबर में...
ऐसा अक्‍सर होता है कि जमीन पिता के नाम पर होती है और बेटे या बेटी उस पर अपना मकान बना लेते हैं. ऐसे हालात में अगर कोई विवाद हो जाए तो मकान पर मालिकाना हक को लेकर किसका दावा मजबूत होगा.


मसलन, पिता की जमीन पर अगर बेटे ने मकान बनवा लिया तो विवाद की स्थिति में उस पर मालिकाना हक किसका होगा. वैसे तो पिता और पुत्र के बीच में इस तरह के विवाद की स्थिति (state of dispute) कम ही आती है, लेकिन ऐसा हो जाए तो प्रॉपर्टी उसकी होगी जिसने मकान बनवाया या फिर उसकी जिसकी जमीन है. इसका जवाब हम प्रॉपर्टी एक्‍सपर्ट से ही समझते हैं.

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किसका होगा प्रॉपर्टी पर मालिकाना हक-

प्रॉपर्टी मामलों के जानकार प्रदीप मिश्रा का कहना है कि संपत्ति कानून के तहत अगर जमीन किसी के नाम पर है तो कोई भी दूसरा व्‍यक्ति इस पर निर्माण नहीं कर सकता है. 

इसका मतलब ये है कि जमीन पर जिसका हक है यानी जिसके नाम पर जमीन है, उसे ही मालिकाना हक मिलता है. इसका मतलब हुआ कि जमीन अगर पिता के नाम पर है तो उस पर मकान बनवाने के बावजूद वह प्रॉपर्टी पिता के ही मालिकाना हक में रहेगी.

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तो बेटे के हाथ क्‍या आएगा-

कानून के मुताबिक, अगर मकान बनवाने में पैसे बेटे ने खर्च किए हैं तो वह खर्च किए पैसों पर दावा कर सकता है. पिता के जीवित रहते उस मकान पर कोई और दावा नहीं कर सकता है. 

चूंकि, जमीन की रजिस्‍ट्री पिता के नाम पर है तो उस पर बना मकान भी कानूनी तौर पर पिता का ही होगा. बस उस मकान को बनाने में पैसा खर्च हुआ है तो उसे क्‍लेम किया जा सकता है. वह भी पिता की इच्‍छा पर निर्भर करेगा कि वह पैसे वापस करे या नहीं.
 

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विवाद से बचने का क्‍या सरल तरीका (Easy way to avoid dispute)-

ऐसे किसी भी तरह के विवाद से बचने के लिए जरूरी है कि पिता और बेटे के बीच में एक अनुबंध कर लिया जाए. जमीन जिसके नाम पर है और जो उस पर मकान बनवा रहा है, अगर दोनों के बीच अनुबंध रहेगा तो बाद में कोई विवाद नहीं होगा. 

दरअसल, अनुबंध के तहत बेटे को इस बात का हक मिल सकता है कि वह जमीन पर कोई मकान बना सके. हालांकि, इससे मालिकाना हक उसे नहीं मिलेगा.

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