Delhi का ये सबसे महंगा इलाका कर रहा विदेशी कंपनियों को आकर्षित, रियल स्टेट निवेशकों की बढ़ी मांग
Haryana News Hub, Digital Desk- दिल्ली में सीपी के नाम से मशहूर कनॉट प्लेस (Cannaught Place) देश की राजधानी का मुख्य व्यापारिक क्षेत्र माना जाता है। कनॉट प्लेस में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की कई बड़ी कंपनियों के दफ्तर होने के चलते इसकी गिनती भारत के सबसे महंगे ऑफिस मार्केट के तौर पर की जाती है।
दिल्ली के केंद्र में स्थापित होने के साथ साथ हर क्षेत्र से उम्दा कनेक्टिविटी और मजबूत बुनियादी ढांचे के कारण कनोट प्लेस राष्ट्रीय और वैश्विक कंपनियों के लिए एक प्रमुख और पसंदीदा ऑफिस डेस्टीनेशन रहा है।
समय के साथ, सीपी ने व्यापारिक रियल स्टेट में वृद्धि के साथ किराये, स्थिर अधिभोग और रिक्त स्तर पर गति को महसूस किया है। मगर हाल के वर्षों में बड़ें पैमाने पर संपत्तियों की खरीद बिक्री और छोटे व्यक्तिगत निवेशकों के पास जमीन का स्वामित्व होने के चलते कनॉट प्लेस का कॉमर्शियल रियल एस्टेट मार्केट असंगठित नजर आता है।
इसके विपरीत गुरुग्राम और नोएडा के बाजारों में प्रमुख रूप से डेवलपर्स और कॉर्पोरेट खिलाड़ियों का प्रभुत्व हैं। जिसके कारण सर्वोत्तम दर पर किराये और शर्तों पर लेन-देन का समझौता करने के लिए लोगों को एक से अधिक मालिकों के साथ बातचीत करना पड़ता है
गुजरते वक्त के साथ इमारतों को अधिक रखरखाव की आवश्यकता होती है और कोई भी कंपनी केंद्र में स्थापित बाजार को ज्यादा प्राथमिकता देती है। इस कारण बिरला टॉवर, हिंदुस्तान टाइम्स हाउस, डीएलएफ कैपिटल पॉइंट और कुछ अन्य ग्रेड-ए की भवनों की सीमित पूर्ति ने क्षेत्र में पट्टे के किराये को बढ़ाने में व्यापक योगदान दिया है।
एक विश्वसनीय रियल एस्टेट सलाहकार पेशेवर रूप से ईमानदार और पारदर्शी दृष्टिकोण के साथ लेनदेन को तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। भारत की सबसे बड़ी वाणिज्यिक रियल एस्टेट सलाहकार कंपनी रियलिस्टिक रियल्टर्स के पास रियल्टी परामर्श और सलाहकार में 2 दशकों से अधिक का अनुभव और विशेषज्ञता है। अपने व्यापक नेटवर्क के साथ देश भर के 425+ शहरों में नए और आकर्षक ऑफर्स के साथ यह कंपनी एंड-टू-एंड, सुव्यवस्थित और व्यक्तिगत अचल संपत्ति समाधान प्रदान करता है।
पिछले कुछ वर्षों में रियलिस्टिक रियल्टर्स ने 1.5-2 मिलियन वर्ग फुट क्षेत्र का लेन-देन करके दिल्ली की वाणिज्यिक अचल संपत्ति की गतिशीलता को बदलने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वर्तमान में, मध्य दिल्ली बाजार 15 मिलियन वर्ग फुट के इन्वेंट्री स्पेस में से 87 प्रतिशत के अधिभोग स्तर को प्रदर्शित करता है।
अपने व्यापक बाजार ज्ञान और रुझानों और व्यावसायिक उद्देश्यों की गहन समझ के आधार पर, रियलिस्टिक रियल्टर्स ने अपने कई बड़ें कंपनियों के लिए दिल्ली के बाजार में प्रतिष्ठित लीजिंग लेनदेन का समापन किया है। इनमें आईसीआईसीआई बैंक, टाटा कैपिटल फाइनेंशियल सर्विसेज, बायजूस, डीबीएस बैंक, एचडीएफसी बैंक, एलजी इंडिया कुछ प्रमुख कस्टमर्स में शामिल हैं।
जैसे-जैसे कनॉट प्लेस बाजार के तौर पर विकसित हो रहा है, वैसे ही किरायेदारों की संख्या भी बढ़ रही हैं। फ्लेक्स स्पेस की बढ़ती मांग के साथ, अवफिस, स्कूटर और अवंता जैसे को-वर्किंग सर्विस प्रोवाइडर स्टार्ट-अप्स और कॉरपोरेट्स को समान रूप से ग्रोथ के रास्ते दे रहे हैं।