Rajasthan News : HCL में लिफ्ट खराब होने के कारण 14 अधिकारी कोलिहान खदान में फंसे, जानिये वजह?
HARYANA NEWS HUB (ब्यूरो) : राजस्थान के नीम का थाना जिले में मंगलवार रात हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड की एक सतर्कता टीम के 14 अधिकारी और सदस्य एक खदान में फंस गए। कर्मचारियों को अंदर-बाहर ले जाने के लिए इस्तेमाल की गई ऊर्ध्वाधर शाफ्ट में खराबी आने के चलते हादसा हुआ। एक खनन अधिकारी के मुताबित, अधिकारियों को खदान से बाहर निकालने के लिए अभियान शुरू हो गया है आइए जानते है पूरी जानकारी खबर में विस्तार से...
पुलिस के मुताबिक, कोलिहान खदान में विजिलेंस टीम कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ निरीक्षण करने के लिए कई सौ मीटर नीचे गई थी। जब वह ऊपर आने वाले थे तो शाफ्ट (पिंजरे) की एक रस्सी टूट गई, जिसके चलते खदान के अंदर निरीक्षण करने गए 14 अधिकारी फंस गए।
घटना की जानकारी मिलते ही खेतड़ी से भाजपा विधायक धर्मपाल गुर्जर घटनास्थल पर पहुंचे और जायजा लिया। विधायक गुर्जर ने कहा कि मैं चुनाव प्रचार के लिए हरियाणा गया था, लेकिन जैसे ही मुझे दुर्घटना की सूचना मिली तो मैं तुरंत वापस आ गया।
मैंने फोन कर एसडीएम को मौके पर बुलाया। पूरा प्रशासन अलर्ट पर है। मौके पर 6-7 एंबुलेंस खड़ी हैं। बचाव दल भी रेस्क्यू अभियान में जुटा हुआ है। फिलहाल किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। सभी खदान में फंसे लोगों के लिए दुआ कर रहे हैं। मुझे यकीन है कि सभी लोग सुरक्षित बाहर निकाल लिए जाएंगे।
निरीक्षण करने उतरी थी विजिलेंस टीम :
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सोमवार को विजिलेंस की टीम आई थी।
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कल से माइंस का निरीक्षण चल रहा था।
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मंगलवार दोपहर में टीम ने खेतड़ी नगर खदान का दौरान किया था।
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शाम करीब 5 बजे टीम कोलिहान माइंस में पहुंची थी। इसके बाद केसीसी चीफ समेत विजिलेंस की टीम माइंस में नीचे उतरी।
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रात 8:10 बजे माइंस से निकलते समय लिफ्ट की चेन टूट गई।
324 किमी के दायरे में 300 से अधिक भूमिगत खदानें :
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खेतड़ी और आसपास के हिस्से में तांबे के भंडार हैं। यह पूरा क्षेत्र ताम्र नगरी कहलाता है और देश का 50 प्रतिशत तांबा इन्हीं पहाड़ों से निकाला जाता है।
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कोलिहान क्षेत्र में करीब 324 किमी के दायरे में 300 से अधिक भूमिगत खदानें हैं। जहां समुद्र तल से माइनस 102 मीटर की गहराई पर तांबा निकाला जाता है। ऐसे में यह देश की पहली सबसे बड़ी और सबसे गहरी तांबे की माइंस हैं।
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यहां से निकालने वाले तांबे की गुणवत्ता के कारण यह लंदन मेटल एक्सचेंज की ए ग्रेड में शामिल है और इसी कारण देश में सुरक्षा उपकरण इसी तांबे से बनाए जाते हैं।
माइंस में ये लोग हैं फंसे :
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पंड्या, सीबीओ
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जीडी गुप्ता, केसीसी ईकाई प्रमुख
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वी भंडारी, डीएसएम
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एके शर्मा
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केएस सहलोत
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रमेश कुमार
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एके बैहरा
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विनोद शेखावत
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एए भंडारी
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एन सहाय
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प्रीतम सिंह
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विकास पारीक
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हंसी राम
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एक अन्य