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Property : मां संपत्ति में बहू बेटे कर लिया कब्जा, कोर्ट ने दी ये चेतावनी

Property News : आपको पता होगा कि पहले महिलाओं को प्रॉपर्टी में कम अधिकार दिए गए थे। लेकिन अब महिलाओं को प्रॉपर्टी से जुड़े कई अधिकार दिए गए है। लेकिन बहुत सी महिलाओं को इन अधिकारों के बारे में पता नहीं होता है। महिलाओं को प्रॉपर्टी से जुड़े नियमों के बारे में कम ही जानकारी होती है। एक ऐसा मामले सामने आया है जिसमें एक बहु और बेटे ने अपनी मां की प्रॉपर्टी पर कब्जा कर लिया है फिर कोर्ट ने इस बारे में क्या फैसला सुनाया है आइए नीचे आर्टिकल में जानते है इस अपडेट के बारे में.

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Property : मां संपत्ति में बहू बेटे कर लिया कब्जा, कोर्ट ने दी ये चेतावनी

HARYANA NEWS HUB : एक बुजुर्ग महिला को उसके बेटे-बहू द्वारा प्रताड़ित करने और उसे डरा-धमका कर उसकी संपत्ति पर कब्जा करने के मामले को अदालत ने गंभीरता से लिया है। अदालत ने 73 वर्षीय बुजुर्ग के साथ उसके बेटे-बहू के व्यवहार को अमावनीय करार दिया है।

कोर्ट ने बेटे और बहू को दिए ये सख्त निर्देश : 

साथ ही बेटे और बहू को निर्देश दिए हैं कि बुजुर्ग की कब्जे में ली गई संपत्ति को तत्काल खाली करें। इसके अलावा बुजुर्ग को कब्जा करने से लेकर खाली करने के दौरान के बीच 5000 रुपये प्रति माह के हिसाब से हर्जाना रकम की भरपाई करें।

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रोहिणी कोर्ट स्थित अतिरिक्त जिला न्यायाधीश रुचिका सिंगला की अदालत ने प्रतिवादी बेटे और बहू को कहा है कि वह शांतिपूर्ण तरीके से बुजुर्ग की संपत्ति( associative property ) उन्हें वापस लौटा दें। इसके लिए विवाद खड़ा करने की कोशिश न करें। यदि वह ऐसा करेंगे तो अदालत को सख्त आदेश देने के लिए मजबूर होना होगा।

भविष्य में भी बुजुर्ग के साथ बदसलूकी की कोशिश न करें। उससे शांतिपूर्ण तरीके से जीने दें। अब यह मामला अदालती रिकॉर्ड पर है। अगर वह वृद्ध महिला को परेशान करेंगे तो उसके नतीजे उन्हें भुगतने होंगे।

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बुजुर्ग ने दुकान के असली कागज पेश किए :

अदालत ने प्रतिवादी बेटे और बहू को नोटिस जारी किया। दंपति की ओर से कहा गया कि बुजुर्ग मां ने यह दुकान उन्हें बेची थी। इस बाबत कुछ दस्तावेज भी पेश किए गए, लेकिन अदालत में बुजुर्ग ने उक्त दुकान के असली कागज पेश किए। जमीन के दस्तावेजों को लेकर रजिस्ट्रार कार्यालय के कई अधिकारियों के बयान भी दर्ज किए गए। सभी बुजुर्ग महिला के हक में साबित हुए। अदालत ने बेटे की कहानी को झूठी करार दिया।