New Expressway : चंडीगढ़ से जयपुर का सफर हुआ आसान, तैयार हुआ नया एक्सप्रेसवे
New Expressway : बता दे की हाल ही में आई एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार आपको बता दें कि 6- लेन एक्सेस कंट्रोल अंबाला कोटपूतली आर्थिक गलियारा के पूरा होने से दोनों शहरों के बीच की दूरी लगभग 50 किलोमीटर तक कम हो जाएगी। इससे यात्रियों को कम समय में दूरी तय करने का फायदा होगा। आईए जानते है एनचआई की ओर से आई इस गाइडलाइन की पूरी डिटेल नीचे खबर में...
HARYANA NEWS HUB : देश के अनेक हिस्सों में एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है. एक्सप्रेसवे तक अन्य प्रमुख शहरों से पहुंच को आसान बनाने के लिए एक्सेस कंट्रोल रोड का निर्माण भी किया जा रहा है. इन्हीं में से एक अंबाला-कोटपुतली एक्सेस कंट्रोल आर्थिक गलियारा भी है. 313 किलोमीटर लंबे इस कॉरिडोर का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है.
313 किलोमीटर लंबे अंबाला-कोटपुतली ग्रीनफील्ड कॉरिडोर का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है. इस कॉरिडोर में वाहनें सरपट दौड़ सकेंगी. मालवाहक के साथ ही कार-बसें भी पहले की तुलना में कम समय में डेस्टिनेशन तक पहुंच सकेंगी.
नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी एनएचएआई ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि यह ग्रीनफील्ड कॉरिडोर से राजस्थान, हरियाणा और पंजाब में तेज कनेक्टिविटी प्रदान करने और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ाने में मदद कर रहा है. 6-लेन एक्सेस कंट्रोल अंबाला-कोटपुतली आर्थिक गलियारा के पूरा होने से दोनों शहरों के बीच की दूरी लगभग 50 किलोमीटर कम हो गई है.
कोटपुतली-अंबाला एक्सप्रेसवे बनने से अब राजस्थान की राजधानी जयपुर से केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ 3 घंटे में पहुंच सकते हैं. इसके अलावा हिमाचल प्रदेश जाने में भी लोगों को कम समय लगेगा. अंबाला-कोटपुतली कॉरिडोर से जयपुर से चंडीगढ़ के बीच की दूरी करीब 477 किलोमीटर रह गई है.
अंबाला-कोटपूतली कॉरिडोर लगभग 9,500 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया गया है. यह कॉरिडोर से चंडीगढ़ और हरियाणा के दक्षिणी जिलों के साथ ही राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र के बीच कनेक्टिविटी आसान हो गई है. यह कॉरिडोर एडवांस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ATMS) की सुविधा से लैस है.